इसमें पाटन पत्थर प्रौ. प्रभाग है, मृदा गतिकीय प्रभाग है और भूसंश्लेषण प्रभाग मौजूद है। इनकी मुख्य गतिविधियां हैं:
- मिट्टी का श्रेणीकरण जो कि डायनामिक लोडिंग स्थिति में होता है और इसमें द्रवीकरण की आशंका का आकलन भी किया जाता है।
- रॉकफिल सामग्री की क्षमता व आकार में परिवर्तन की स्थिति
- विविध विशेषताओं का आकलन जैसे तन्यता की क्षमता, प्रतिरोध, मोटाई, सही खुलने का आकार, पारगम्यता, आंतरिक घर्षण और खींच सकने का प्रतिरोध जो कि जियोसिन्थेटिक सामग्री की गुणवत्ता व सुनिश्चितता पर निर्भर करता है और यह रॉकफिल डओम्स से संबद्ध होता है।.
- रॉकफिल बांधों की गुणवत्ता और सुनिश्चितता का कार्य
- संख्यात्मक प्रतिरूपण
- विविध राज्य सरकारों के विभागों में कार्यरत सेवा इंजीनियर्स के मध्य सेवा जागरुकता का प्रसार करना और इसके लिए क्षेत्रीय प्रयोगशालाओं की स्थापना करना और मिट्टी के परीक्षण संबंधी प्रशिक्षण प्रदान करना।
Last Updated Date: Mar 19 2019 1:23PM