मृत्तिका तंत्र के समूह में शामिल है मिट्टी के प्रकार, मिट्टी का रासायनिक विभाजन और बेधन विभाग। प्रमुख गतिविधियां है:
- खेत व प्रयोगशाला संबंधी मिट्टी का निरीक्षण अर्थात, विविध नदी घाटी परियोजनाओं संबंधी क्षेत्रों में निरीक्षण और सिविल इंजीनियरिंग ढांचों को तैयार करने का कार्य जिससे मिट्टी का श्रेणीकरण और निर्माण/नींव संबंधी सामग्री का भी विभागीकरण संभव होगा।
- नींव संबंधी आकलन जो कि क्षेत्र में जांच हेतु किया जाना है, के लिए सहायता भी प्रदान की जाती है। इन जांचों में शामिल है स्टैन्दर्ड पेनीट्रेशन टेस्ट, स्टेटिक कोन पेनीट्रेशन टेस्ट, प्लेट लोड टेस्ट, यथास्थल परागाम्यता परीक्षण आदि.
- कुछ मिट्टी के प्रकार समस्या के कारण बनते हैं जैसे प्रसरणशील और फैलने वाली मिट्टी, इनके लिए विशेष परीक्षण भी किये जाते हैं
- उडने वाली राख का श्रेणीकरण
- विविध बांधों का गुणवत्ता नियंत्रण/सुनिश्चितता का कार्य
- संख्यात्मक प्रतिरूपण
- निर्माण सामग्री के रुप में मिट्टी पर रासायनिक परीक्षण
सूचना तकनीक प्रभाग
सूचना तकनीक विभाग विविध सूचना तकनीक संबंधी गतिविधियों में शामिल होते हैं जैसे:
सर्वर प्रबन्धन, डीटीपी सुविधा का प्रबन्धन, नेटवर्क सहयोग, कंप्यूटर खरीद सहयोग (इसमें एन आई सी नेट सेवाएं भी शामिल हैं), कंप्यूटर और संबद्ध उत्पादों की प्राप्ति, विविध उपयोगकर्ता विभाग/ वर्गों का ऑटोमेशन करना जिसमें डेटा आर्कायविंग और रिट्रिवल (रेकॉर्ड्स का डिजिटलायजेशन शामिल है), वेबसाईट संबंधी सहयोग और देख रेख, मरम्मत और देख रेख के लिए कॉल सहयोग, ए एम सी संबंधी कार्य जो कि आई टी उत्पादों हेतु है, आई टी संबंधी प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सहयोग आदि। यह विभाग इन्फरमेशन स्ट्रेटेजी प्लान (आईएसपी) संबंधी अध्ययन भी करता है।
बेधन प्रौद्योगिकी प्रभाग
- बेधन विभाग गहराई से ड्रिलिंग संबंधी सुविधाओं से संबद्ध होता है। ड्रिलिंग विभाग यथास्थल इन सितु परीक्षणों के लिए भी ड्रिलिंग का काम करता है।
- विविध राज्य सरकारों के विभागों में कार्यरत सेवा इंजीनियर्स के मध्य सेवा जागरुकता का प्रसार करना और इसके लिए क्षेत्रीय प्रयोगशालाओं की स्थापना करना और मिट्टी के परीक्षण संबंधी प्रशिक्षण प्रदान करना।
- देश में मौजूद व बाहरी इंजीनियर्स को जियोटेक्निकल इंजीनियरिंग के क्षेत्र में परीक्षण संबंधी प्रशिक्षण देना।